इस बार दिल्ली में यमुना घाटों पर छठ पूजा पर मनाने वाले हो जाए सतर्क,गंदगी फैलाने पर कट सकता है इतने का चालान

महामारी के दो साल बाद से अब एक बार फिर पहले की तरह दिल्लीवासी यमुना के किनारे महापर्व छठ का त्योहार मना सकते हैं। क्योंकि इस पर बनी असमंजस की स्थिति को उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने साफ कर दिया।उन्होंने यमुना के निर्दिष्ट छठ घाटों पर पूजा की अनुमति दे दी है।

लेकिन वहीं इस निर्णय के बाद प्रशासन के लिए छठ पर्व के दौरान यमुना में गंदगी को रोकना सबसे बड़ी चुनौती है। वहीं नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल के अनुसार,अगर कोई यमुना में गंदगी करता हुआ नज़र आता है तो उस पर पांच से 50 हजार रुपये तक का चालान काटा जा सकता है।

वहीं उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने यमुना घाट पर छठ पूजा मनाने के निर्णय को मंजूरी देने के बाद,आम आदमी पार्टी की सरकार से छठ पर्न श्रद्धालुओं के लिए साफ घाट और पानी की उपलब्धता सुनिश्चित करने को कहा है। इसके साथ ही नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल को भी आदेशों का सख्ती से पालन करने का आदेश दिया है।

इसी के साथ एलजी ने राजस्व और पर्यावरण विभाग से कहा है कि,यमुना में होने वाले प्रदूषण को रोकने के लिए एनजीटी द्वारा जारी सभी आदेशों को सख्ती से लागू किया जाए। ताकि इस बीच अगर कोई यमुना के किनारे गंदगी फैलाता चलाता हुआ मिला तो उसका चालान काटा जा सकता है।

जानकारी के लिए बता दें कि एनजीटी के आदेशानुसार अगर कोई भी व्यक्ति नियमों का उल्लंघन करके गंदगी फैलाते हुए पाया गया, तो उस पर पांच से 50 हजार रुपये तक का चालान किया जा सकता है।