महामारी के बाद से महंगाई है कि रुकने का नाम ही नहीं ले रही। इस महंगाई ने आम आदमी की कमर तोड़ रखी है। महंगाई इतनी हो रही है कि आम आदमी क्या ही तों खाए और क्या ही बचाए।
लेकिन महंगाई के इसी बीच दिल्ली की सरकार ने लोगों को दिवाली का तोहफा दिया है। जिसमें दिल्ली की सरकार ने अकुशल, अर्धकुशल और कुशल श्रमिकों के न्यूनतम पारिश्रमिक में वृद्धि की है।
इस पर उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि यह तोहफा आम आदमी को महंगाई से थोड़ी राहत प्रदान करेगा। क्योंकि अब से अकुशल श्रमिकों का वेतन 16,506 रूपए की जगह 16,792 रूपए होगा, वहीं अर्धकुशल श्रमिकों का वेतन 18,187 रूपए की जगह 18,499 रुपये होगा और कुशल श्रमिकों का वेतन 20,019 रूपए कि जगह 20,357 रूपए होगा।
जानकारी के लिए बता दें कि दिल्ली सरकार ने इससे पहले मई में न्यूनतम वेतन में वृद्धि की थी। जिस पर सिसोदिया ने कहा था कि, ”न्यूनतम वेतन में वृद्धि महंगाई की मार झेल रहे श्रमिक वर्ग को राहत देगी।” इसके साथ ही उन्होंने दावा भी किया था कि दिल्ली सरकार मजदूरों को देश में ‘सबसे अधिक न्यूनतम वेतन’ देती है।
वहीं कर्मियों के सुपरवाइजर और लिपिक संवर्ग के न्यूनतम वेतन दरों में भी संशोधन किया गया है। इसमें गैर मैट्रिक कर्मियों का मासिक वेतन 18,187 रुपये से बढ़ाकर 18499 रुपये कर दिया गया है,जबकि मैट्रिक कर्मियों का मासिक वेतन 20,019 रुपये से बढ़ाकर 20,357 रुपये कर दिया गया है।