राजधानी दिल्ली के एयरपोर्ट आने वालों को चार-पांच महीने बाद ‘चमत्कार’ देखने को मिलेगा। आईजीआई एयरपोर्ट के टी2 और टी3 एप्रोच रोड पर प्लेन खड़े नजर आएंगे। यह बिल्कुल सच हैं, यहां एलिवेटेड क्रॉस टैक्सीवे (ईसीटी) का निर्माण किया जा रहा है। अभी सुरक्षा संबंधी चिंताओं को दूर किया जा रहा है ताकि दिल्ली के लोग एयर टैक्सी के अनोखे नजारे का लुत्फ उठा सकें। नागरिक उड्डयन सुरक्षा ब्यूरो (BCAS) और नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) ने दिल्ली इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (DIAL) के अनुरोध पर काम करना शुरू कर दिया है। सूत्रों के मुताबिक दिल्ली के लोगों को यह तोहफा सितंबर तक मिल सकता है। चलिए जानते हैं दिल्ली में बन रहे इस खास टैक्सीवे के बारे में।
राजधानी में बन रहा एलिवेटेड टैक्सीवे क्यों है खास?
- 1.8 किलोमीटर लंबा और 203 मीटर चौड़ा टैक्सीवे भारत में अपनी तरह का पहला स्ट्रक्चर है।
- मेन टी3 रोड अपने स्तर पर रहेगी। टैक्सी-वे 8 मीटर ऊंचे एलिवेटेड ब्रिज पर बनेगा।
- एयरपोर्ट के चौथे रनवे और टी1 के विस्तार के साथ ही यह टैक्सीवे भी तैयार हो जाएगा।
- ईसीटी में टी3 और महिपालपुर के बीच मुख्य सड़क पर 148 मीटर का ब्रिज सेक्शन होगा।
- टी3 साइड बाउंड्री से सटी सड़क पर 43.8 मीटर का पुल भी बनाया जाएगा। पहले से मौजूद सड़क पर एक अंडरपास बनाया जा रहा है, जिसके ऊपर से एलिवेटेड टैक्सीवे गुजरेगा।
आपात स्थिति के लिए संतरी चौकी बनाई जाएगी
आपको बता दें, DIAL को दो जंबो जेट आकार के विमानों को समायोजित करने के लिए टैक्सीवे के दोनों ओर उन्नत संतरी पोस्ट स्थापित करने के लिए कहा गया है। अगर कोई विमान टैक्सीवे पर टूट जाता है, तो इन संतरी चौकियों पर मौजूद फायर टेंडर या टो टेंडर मदद करेंगे।
दुनिया में कहां हैं ऐसे टैक्सीवे
गौरतलब हैं कि दुनिया में कम से कम 13 ऐसे टैक्सीवे हैं। इनमें सिंगापुर का चांगी एयरपोर्ट और जर्मनी का फ्रैंकफर्ट एयरपोर्ट शामिल हैं। इस तरह के टैक्सीवे फ्रांस, जापान और हांगकांग में बनाए गए हैं। दिल्ली में टैक्सीवे बनाने के लिए दुनिया के कम से कम 10 टैक्सीवे का अध्ययन किया गया है।