Delhi News: कोरोना ने मचाया हाहाकार, 45% लोग घर में बीमार और 359 कोरोना के मरीज़ अस्पतालों में

ताजनगरी दिल्ली में एक बार फिर कोरोना संक्रमण पैर पसार रहा है। जो लोग पहले संक्रमित हो चुके हैं वे भी संक्रमित हो रहे हैं और जिन्होंने टीके की दोनों खुराक ली है वे भी संक्रमित हो रहे हैं। इसके बावजूद विशेषज्ञ और इस से जुड़े लोग हालातों को नियंत्रण में बता रहे हैं, परंतु अस्पतालों में भर्ती मरीजों की बढ़ती संख्या और हर दिन औसतन दो से तीन मरीजों की मौत को देखते हुए विशेषज्ञों का कहना है कि इस बीमारी को पूरी तरह हल्के में लेना ठीक नहीं है। खासकर उन लोगों के लिए जो संक्रमित नहीं हुए हैं और जो बीमार हैं, कोरोना अब भी खतरनाक है और उन्हें और ज्यादा परेशानी में डाल सकता है।

 

अस्पताल में 359 मरीज

दिल्ली के कोविड वेबसाइट के अनुसार मंगलवार शाम तक दिल्ली में 359 मरीज अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती हैं। इनमें से 115 मरीज आईसीयू में और 46 मरीज वेंटिलेटर पर हैं। हालांकि, अभी दिल्ली में पर्याप्त मात्रा में कोविड के लिए रिजर्व बेड्स हैं और वेंटिलेटर भी उपलब्ध हैं। लेकिन नए मरीजों की संख्या बढ़ी है, कोविड की वजह से मौतें भी हो रही है। सोमवार को हुई 4 मौतों में से दो की वजह कहीं न कहीं कोविड ही पाया गया है। डॉक्टर का कहना है कि यह बात सच है कि 100 पर्सेंट आबादी को कोरोना का नैचुरल संक्रमण अभी भी नहीं हुआ है। कुछ लोग अभी भी बाकी हैं।

 

रोग प्रतिरोधक क्षमता को चकमा दे रहा नया वायरस

आपको बता दें कि जिन लोगों को वैक्सीन से ही वायरस के खिलाफ प्रतिरोधक क्षमता मिली है, संक्रमण का यह नया वैरिएंट उस प्रतिरोधक क्षमता को चकमा देकर उन्हें संक्रमित करने की क्षमता रखता है। ऐसे में यह वायरस उन लोगों के लिए अभी नया है जो अब तक संक्रमित नहीं हुए हैं और दूसरे बीमार लोगों के लिए यह वायरस खतरनाक होता जा रहा है, जिनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर है। खासकर दिल की बीमारी, कैंसर, टीबी, किडनी की बीमारी से पीड़ित लोगों में रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर हो जाती है और जैसे ही उन्हें कोविड होता है, उनकी परेशानी बढ़ जाती है। डॉक्टरों ने ऐसे लोगों से कोरोना को हल्के में नहीं लेने की अपील की है, परंतु घबराने की भी जरूरत नहीं है। किंतु सावधानी की जरूरत है।