कोविड के समय में आपात जमानत व पैरोल पर जेल से छूटे कैदियों को अब कार्रवाई का डर सताने लगा है। यही कारण है कि सरेंडर करने के लिए जेल के बाहर बंदियों की कतार लगी हुई है। ऐसा सुप्रीम कोर्ट के एक आदेश के बाद देखने को मिल रहा है। पता हो कि कोरोना महामारी के दौरान राजधानी की विभिन्न जेलों से बड़ी संख्या में बंदियों को आपात जमानत और पैरोल पर रिहा किया गया था। उस वक्त कोरोना के चलते जेल से भीड़ कम करने के लिए ऐसा किया गया था।
तिहाड़ जेल के बाहर लगी कैदियों की लंबी लाइन
भारत का सबसे प्रसिद्ध जेल दिल्ली का तिहाड़ जेल जोकि दक्षिण एशिया में जेलों का सबसे बड़ा परिसर है यहां कैदियों की लंबी कतार को देखा गया। लेकिन क्या है वजह जानने के लिए पढ़े पूरा लेख। दिल्ली के तिहाड़ जेल के बाहर कैदियों की लंबी लाइन बीते शुक्रवार को देखने को मिली, आपको बता दे जेल के बाहर कैदियों की ये लंबी लाइन सरेंडर करने वाले कैदियों की थी। जेल में सबसे पहले कौन जाएगा, इसे ही लेकर कैदियों में होड़ मची हुई है। जानकारी के लिए बता दे, कोरोना महामारी के दौरान सुप्रीम कोर्ट के ऑर्डर पर 4683 कैदियों को रिहा किया गया था। इसमें 1184 कैदी अपराधी करार दिए गए, जबकि अन्य विचाराधीन दोषी थे। परंतु इनमें से अधिकतर कैदियों ने अब तक जेल में सरेंडर नहीं किया था।
सुप्रीम कोर्ट के ऑर्डर से लगी तिहाड़ जेल के बाहर कैदियों की होड़
गौरतलब है की जब कई कैदियों ने सरेंडर नही किया तो इसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने 24 मार्च को कड़ाई करते हुए आदेश दिया कि जेल से बाहर आए सभी कैदियों को 15 दिन के अंदर जेल जाकर सरेंडर करना होगा। सुप्रीम कोर्ट ने सरेंडर करने की अंतिम तारीख सात अप्रैल तय की है। इसी आदेश के कारण तिहाड़ जेल के बाहर सात अप्रैल को सरेंडर करने की होड़ लगी, बता दे, अब तक 1768 कैदी सरेंडर कर चुके हैं लेकिन अभी भी कई कैदी सरेंडर करने नहीं पहुंचे हैं।