Delhi News: अगर ले रहें है मोबाइल ऐप से लोन तो अपनी जिंदगी बर्बाद होने से पहले जरूर पढ़े, फैसला बदल जाएगा

भारत जैसे विकासशील देश की आबादी साल 2023 में 1.412 अरब पार कर चुकी है। अधिक जनसंख्या होने के काफी फायदे है तो उसी के साथ नुकसान भी हैं। फायदे तो अनगिनत है लेकिन नुकसान आखिर किसे पसंद है। घनी आबादी वाले भारत में कुछ चीनी ऐसे चोर उचके मासूम लोगो को साइबर फ्रॉड का शिकार बनाते है जिससे निकालना जंतर मंतर में गुम हो जाना जैसा है। एक बार जो इस लालच में फंस जाता है वो इस चक्रव्यूह में फसता ही चला जाता है और उससे निकलना उसके लिए काफी मुश्किल हो जाता है। कई बार तो मामला इतना गंभीर हो जाता है कि कानूनी कार्रवाई के बाद भी प्रताड़ित व्यक्ति के साथ इंसाफ नहीं हो पाता।

एक ऐसी ही कहानी आज आपके सामने लेकर आए हैं जो आप को हिला कर रख देगी लेकिन यकीन है आपको इससे काफी सीख मिलने वाली यह कहानी जिसके साथ घटित हुई है उनके पिता खुद बताने वाले हैं और वही हम आपके इस कहानी के माध्यम से जागरूक करना चाहते हैं आपको बता दें भारत में वर्ष 2020-21 में देशभर में 7359 लोगों के साथ ठगी हुई थी। वहीं 2021-22 में इन मामलों में कमी तो दिखी लेकिन हालात अब भी लाचार बने हुए है। कई बार खुद ठोकर लगने से बेहतर होता है दूसरो को देखकर सीख लिया जाए। तो उम्मीद करते हैं कि आप इसे पूरा पड़ेंगे और इससे जरूर कोई ना कोई सीख लेंगे।

 

2 हजार के बदले गवाने पड़े 70 लाख

ये कहानी कुछ ऐसी है जिसमे 2 हजार के बदले 70 लाख चुकाने पड़े। इस हादसे के बारे में 64 वर्षीय पीड़ित के पिता विजय कुमार ने कहा ‘मैं दिल्ली गवर्नमेंट से रिटायर हूं। वाइफ पिछले साल स्कूल टीचर से रिटायर हुई हैं। वसंत कुंज में रहते हैं। दो बेटे हैं। छोटा बेटा आदित्य पहले कंस्ट्रक्शन के कारोबार से जुड़ा था। लेकिन लॉकडाउन कंस्ट्रक्शन का काम ठप पड़ गया। पैसों की जरूरत पर बेटे ने फरवरी 2022 में गूगल प्ले स्टोर से एक इंस्टेंट लोन ऐप डाउनलोड किया। उस ऐप ने मोबाइल की गैलरी, फोटोज, वीडियो, कॉटेक्ट लिस्ट एक्सेस की परमिशन ले ली। आधार कार्ड, पैन कार्ड व सेल्फ क्लिक भी मांगी। आदित्य ने मांगे थे 50 हजार। अकाउंट में आए 2 हजार। ऐप में रकम वापस की कंडीशन तीन महीने थी। दो दिन बाद ही सुबह ही ‘रि-पे’ करने की कॉल आने लगीं।

 

प्राइवेसी का हुआ हनन, आरडीएक्स के लगाए झूठे आरोप

गालियां देते, ब्लैकमेल करते। बेटे के वॉट्सऐप पर न्यूड फोटो भेजने शुरू कर दिए। बेटा डिप्रेशन में आ गया। वह अकेले झेलता रहा। लेकिन शर्म, डर के मारे परिवार में किसी को भी नहीं बताया। बेटा इधर उधर से पैसे लेकर उन्हें ट्रांसफर कर देता, यह सोचकर कि शायद अब लोन ऐप का मैटर क्लोज हो जाएगा। हद तो तब हो गई जब मोर्फ किए गए पोर्न फोटो, गंदे मेसेज कॉटेक्ट लिस्ट में सभी को भेज दिए। उस समय परिवार के साथ हरिद्वार में पूजा पाठ के लिए गए हुए थे। हमारे पास रिश्तेदारों के फोन आने लगे। उस दिन परिवार को मालूम चला कि मेरा बेटा चाइनीज लोन ऐप के चक्रव्यूह में फंस गया है। हम लोग हरिद्वार में पूजा पाठ छोड़कर टेंशन में दिल्ली आ गए। एक ऐप का लोन चुकाते। पांच से छह दूसरे नाम के लोन ऐप की तरफ से कॉल आ जाते। कॉल करने वाले मेरे बेटे को आरडीएक्स में फंसाने, ड्रग्स में जेल भिजवाने की धमकी देने लगे।

 

मामला न्यायालय में लेकिन नही मिला इंसाफ

दूसरे नंबरों से धमकियां मिलने लगतीं। हम पैसा 8 से 10 लाख, फिर 20, 30 और 50 से लेकर 70 लाख तक दे चुके थे। वाइफ के रिटायरमेंट का सारा पैसा, घर का गोल्ड गिरवी रख दिया। मेरा बेटा डिप्रेशन में था। कई बार खुदकुशी की कोशिश की। बेटे को बचाने के लिए उसे मनोचिकित्सक के पास लेकर गए। आज तक उसका इलाज चल रहा है। जून 2022 में आईएफएसओ में शिकायत दी। पुलिस ने केस को गंभीरता से नहीं लिया। हमने दिल्ली हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया। हमारे केस में चाइनीज महिला समेत पूरा रैकेट पिछले साल आईएफएसओ ने गिरफ्तार किया। लेकिन अफसोस कि चाइनीज महिला को बेल भी मिल गई। हमारे 70 लाख की ट्रांजेक्शन में आज तक पुलिस ने 1 रुपया भी रिकवर नहीं कराया। आगामी 8 अप्रैल को जंतर मंतर पर प्रोटेस्ट करेंगे। जो मेरे साथ हुआ, वो किसी के साथ न हो।

 

2021-22 में ठगी का शिकार होने वाले लोगों की संख्या में तो इजाफा हुआ 

लोन लेने से पहले बरते यह सावधानियां 

  1. बिना केवाईसी के लोन ऑफर – अगर कोई ऐप बिना बैकग्राउंड चेक के आपको लोन ऑफर कर रहा है तो सावधान हो जाएं।
  2. 30 दिन से कम के लिए लोन- अगर कोई ऐप बहुत कम दिनों के लिए लोन दे रहा है तो समझ लें कि वो आपको परेशान कर सकता है।
  3. लोन एग्रीमेंट के बिना लोन – अगर कोई ऐप आपको बिना आरबीआई अप्रूव्ड एनबीएफसी या बैंक के सिग्नेचर के लोन दे रहा है तो समझ लीजिए कि यह खतरनाक है और बाद में आपकी अपील आरबीआई द्वारा खारिज की जा सकती है।
  4. लोन देते समय फीस काट लेना – मान लीजिए कि कोई ऐप आपको 5000 का लोन दे रहा है और साथ ही 1500 काटकर आपके खाते में केवल 3500 जमा करने की बात करता है, तो कहीं न कहीं कुछ गड़बड़ है। कोई भी प्रोफेशनल कंपनी एडवांस कट नहीं लेती है।
  5. भुगतान/वसूली विधि – यदि कोई एजेंट आपसे किसी लिंक पर भुगतान करने के लिए कहता है या आपको किसी भी तरह की धमकी देता है, तो समय रहते इसकी सूचना दें।
  6. लेट फीस/जुर्माना – यदि कोई ऐप आपको ऋण देने से पहले लेट फीस और जुर्माना विवरण स्पष्ट रूप से नहीं दिखाता है, तो इसका मतलब है कि उसका इरादा स्पष्ट नहीं है।
  7. इनकम वेरिफिकेशन/क्रेडिट हिस्ट्री – अगर कोई आपकी इनकम वेरिफाई किए बिना और आपकी क्रेडिट हिस्ट्री चेक किए बिना लोन दे रहा है तो समझ लीजिए कि यह आपको कर्ज के जाल में फंसाने की कोशिश है।
  8. किसी भी ऐप को इंस्टॉल करते वक्त इस बात का ध्यान रखें कि वह आपके फोन में कौन सी परमिशन मांग रहा है, उसे परमिशन न दें।

 

लोन धारण के लिए है ये अधिकार और कानून

नोटिस का अधिकार: SARFAESI अधिनियम के तहत, यदि कोई ऋण 90 दिनों से अधिक के लिए ओवरडुए हो जाता है, तो वित्त कंपनी को कोई कार्रवाई करने से पहले आपको 60 दिनों का नोटिस देना होता है।

सुनवाई का अधिकार: यदि आपके पास ऋण वसूली के संबंध में कोई प्रश्न है, तो बैंक या वित्त कंपनी को 7 दिनों के भीतर लिखित शिकायत का जवाब देना होगा।

उचित व्यवहार का अधिकार: कोई भी वित्त कंपनी आरबीआई के उचित व्यवहार संहिता का उल्लंघन नहीं कर सकती है और आपको या आपके परिवार को पीड़ित नहीं किया जा सकता है। सुबह 7 बजे से शाम 7 बजे तक ही आपसे रिकवरी की बात कर सकता हूं, आपसे पूछे बिना आपके घर या ऑफिस नहीं आ सकता।

शिकायत का अधिकार: यदि कोई वित्तीय कंपनी आरबीआई के दिशानिर्देशों का पालन नहीं कर रही है, तो आप बैंकिंग लोकपाल और पुलिस को लिखित शिकायत कर सकते हैं।