ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस-वे विश्वस्तरीय मानकों पर बन रहा हैं और यह वर्ष 2024 तक बनकर तैयार हो जाएगा। यह एक्सप्रेसवे हरियाणा के कुंडली से शुरू होकर पलवल तक यह एक्सप्रेस-वे 135 किमी लंबा होगा। इससे न केवल दिल्ली-एनसीआर में आवागमन आसान होगा, बल्कि मुंबई एक्सप्रेसवे, शिमला, लेह-लद्दाख और देहरादून मार्गों को भी जोड़ा जा सकेगा। इस एक्सप्रेसवे के जरिए दिल्ली-एनसीआर को देश के अन्य राज्यों से जोड़ने में काफी सहायता मिलेगी। यह एक्सप्रेसवे हरियाणा के कुंडली से शुरू होकर यूपी के बागपत, गाजियाबाद, नोएडा-ग्रेटर नोएडा होते हुए पलवल तक लगभग 135 किमी लंबा है। इस एक्सप्रेसवे पर सफर करना अब अगले कुछ महीनों में और आसान होने वाला हैं।
अन्य राज्यों को जोड़ेगा
बता दें, NHAI के अधिकारियों का कहना है कि आगामी दिनों में ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे पर गाड़ियों का लोड़ बढ़ने वाला हैं। मार्च 2024 तक ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे को दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे से जोड़ दिया जाएगा। इसके साथ ही इसे अगले कुछ महीनों में यमुना एक्सप्रेसवे से भी जोड़ा जाएगा। इस एक्सप्रेसवे को जेवर एयरपोर्ट और दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे से जोड़ने के लिए 30 किलोमीटर लंबा छह लेन का एक्सप्रेसवे भी बनाया जा रहा है। NH-24 पहले से ही ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे से जुड़ा हुआ है। एनएचएआई (NHAI) के अनुसार, अगले कुछ महीनों में इस एक्सप्रेस वे पर कई अन्य सुविधाएं भी उपलब्ध हो जाएंगी। ऐसे में यूपी, एमपी, हरियाणा, पंजाब, राजस्थान, एमपी, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड से जम्मू-कश्मीर और लद्दाख तक इस एक्सप्रेस-वे से पहुंचना आसान होने वाला है। यह एक्सप्रेसवे दिल्ली-एनसीआर को देश के कई अन्य राज्यों से भी जोड़ने में सहायता करेगा।
ईस्टर्न एक्सप्रेसवे से सुविधाएं बढ़ेंगी
आपको बता दें कि एनएचएआई (NHAI) दिल्ली के बाईपास ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे को विश्वस्तरीय मानकों के अनुरूप बनाने के लिए कई सुविधाओं से भी लैस कर रहा है। मई के पहले सप्ताह में इस एक्सप्रेसवे पर पेट्रोल पंप, शौचालय, पीने का पानी, होटल, रेस्टोरेंट और ढाबे जैसी अतिरिक्त सुविधाएं भी शुरू हो जाएंगी. वहीं, सभी पेट्रोल पंपों पर इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए चार्जिंग स्टेशन भी बनाए जा रहे हैं।