Delhi News: 95 वर्ष की स्प्रिंटर दादी ने पोलैंड में जीता स्वर्ण पदक, एथलेटिक्स इंडोर चैंपियनशिप में रचा इतिहास

ताजनगरी दिल्ली गांव के नजफगढ़ क्षेत्र के मलिकपुर गांव की रहने वाली भगवानी देवी डागर ने एथलेटिक्स चैंपियनशिप में तीन पदक जीतकर एक बार फिर इतिहास रच दिया है। 95 साल की उम्र में भगवानी ने पोलैंड में वर्ल्ड मास्टर्स एथलेटिक्स इंडोर चैंपियनशिप में भारत के लिए तीन स्वर्ण पदक जीते। इस सफलता पर दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने उन्हें बधाई दी है। साथ ही कहा कि हमें अपने बुजुर्गों पर गर्व है।

 

95 वर्ष की आयु में जीता स्वर्ण पदक

आपको बता दें कि भगवानी देवी डागर ने 60 मीटर दौड़, शॉटपुट और डिस्कस थ्रो में भारत के लिए स्वर्ण पदक जीते। उनके पोते और कोच अंतरराष्ट्रीय पैरा-एथलेटिक्स विकास डागर ने बताया कि पिछले साल फिनलैंड में विश्व चैंपियनशिप में उनकी दादी ने राष्ट्रीय रिकॉर्ड के साथ स्वर्ण पदक जीता था। इस बार तीनों प्रतियोगिताओं में गोल्ड मेडल जीतकर इतिहास रच दिया हैं। विकास डागर ने बताया कि अब उनका अगला लक्ष्य फिलीपींस में होने वाली एशियन मास्टर्स एथलेटिक्स चैंपियनशिप में देश के लिए गोल्ड मेडल लाना है।

 

स्प्रिंटर दादी

भगवानी देवी ने वर्ल्ड मास्टर्स एथलेटिक चैंपियनशिप, फिनलैंड 2022 में 90-94 आयु वर्ग में भारत के लिए स्वर्ण भी जीता है। इस उम्र में प्रतिस्पर्धा का मतलब है कभी भी दुर्घटना। आपका दिल कभी भी सांसे लेना बंद कर सकता है, एक जोड़ टूट सकता है, गिर सकता है या एक फेफड़ा गिर सकता है। इस पर भगवानी देवी ने कहा था कि वह उम्र के उस पड़ाव पर हैं, जहां उन्हें मौत से डर नहीं लगता। इसलिए अगर विदेश में पदक जीतते समय उसे कुछ हो जाता है, तो उसे भारत वापस लाया जाना चाहिए लेकिन वह प्रतियोगिताओं में भाग लेना बंद नहीं करेगी और देश के लिए पदक जीतेगी।