Delhi Airport Metro Express: आज से बढ़ेगी एयरपोर्ट मेट्रो को रफ्तार, नई दिल्ली से एयरपोर्ट पहुंचा जा सकेंगा मात्र 17 मिनट में 

देश की ताजनगरी दिल्ली की एयरपोर्ट एक्सप्रेस मेट्रो लाइन पर आज से तेज रफ्तार में ट्रेनें दौड़ेंगी। इससे एयरपोर्ट आने-जाने वाले लोगों को और फायदा होगा। वर्तमान में इस लाइन पर अधिकतम 80 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से ट्रेनें चल रही थीं, परंतु आज से अधिकतम गति सीमा बढ़ाकर 100 किमी प्रति घंटा की जा रही है। इससे देश की इस सबसे तेज मेट्रो लाइन पर ट्रेनें तेजी से दौड़ सकेंगी। वर्तमान समय में एयरपोर्ट मेट्रो की रफ्तार इतने पर ही रुकने वाली नहीं है। इसे अपने नाम के अनुरूप एक एक्सप्रेस मेट्रो बनाने के लिए, डीएमआरसी चरणबद्ध तरीके से इसकी अधिकतम गति को बढ़ाकर 120 किमी प्रति घंटा करने जा रहा है। इसी कार्य को करने के पहले चरण में आज से अधिकतम गति 80 से बढ़ाकर 100 किमी प्रति घंटा की जा रही है।

 

नई दिल्ली से आईजीआई एयरपोर्ट सिर्फ 17 मिनट में

बता दें, एयरपोर्ट अधिकारियों ने बताया कि नई दिल्ली स्टेशन से आईजीआई एयरपोर्ट के टर्मिनल-3 स्टेशन तक 80 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से 19.4 किमी की दूरी तय करने में 19 मिनट का समय लगता है। अब इस दूरी को 100 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तय करने में करीब 17 मिनट का समय लगेगा और जब 120 किमी प्रति घंटे की रफ्तार लागू हो जाएगी तो लोग नई दिल्ली से टी-3 तक महज 15 मिनट में पहुंचा जा सकेंगा। वहीं अभी लगभग एक महीने तक अधिकतम 100 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से ट्रेनें चलेंगी। जिसके बाद अगले एक महीने तक ट्रेनें 110 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलेंगी और फिर अंत में गति बढ़ाकर 120 किमी प्रति घंटा की जाएगी।

 

135 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने के लिए किया गया था डिजाइन

हालांकि एयरपोर्ट एक्सप्रेस मेट्रो लाइन को 135 किमी प्रति घंटे की गति से मेट्रो को चलाने के लिए डिजाइन किया गया था, परंतु आज तक ट्रेनें कभी भी 80 किमी प्रति घंटे से अधिक की गति से नहीं चल पाई हैं। कुछ वर्ष पहले, लाइन की संरचना में एक गंभीर खराबी का पता चलने के बाद ट्रेनों को 60 किमी प्रति घंटे से कम की गति से चलाना पड़ता था।

 

मेट्रो में किए गए तकनीकी सुधार सफल, आज से तेज गति

दिल्ली मैट्रो रेल कॉरपोरेशन (DMRC) के अधिकारियों के मुताबिक, एयरपोर्ट मेट्रो कॉरिडोर पर स्पीड बढ़ाने का काम पिछले साल अगस्त-सितंबर महीने से शुरू किया गया था। इसके लिए मेट्रो ट्रैक में कुछ तकनीकी सुधार किए जा रहे हैं, ताकि स्पीड बढ़ने के बावजूद ट्रेनों का बैलेंस बना रहे और कंपन भी ज्यादा न हो। इसके लिए ट्रैक में कई नए उपकरण भी लगाए जा रहे हैं। गति बढ़ाने के बाद इसकी नियमित निगरानी भी की जाएगी। वैसे तो इसका ट्रायल पहले से ही चल रहा था और इसकी सफलता के बाद ही यात्रियों से भरी ट्रेनों की गति भी आज से बढ़ाई जाएगी।