भारत इस साल जी-20 शिखर सम्मेलन की मेजबानी कर रहा हैं। जी-20 शिखर सम्मेलन के मद्देनजर दिल्ली की सड़कों से लेकर पार्कों, फ्लाईओवर आदि का सौंदर्यीकरण किया जा रहा है। इसके तहत दिल्ली नगर निगम ने दुकानों और पार्कों में पड़े कबाड़ का अनूठा प्रयोग किया है। निगम ने इस कबाड़ को सेल्फी प्वाइंट में तब्दील कर दिया है।
इस के बाद ये सेल्फी प्वाइंट न सिर्फ पार्कों की खूबसूरती बढ़ा रहे हैं, बल्कि लोगों को पार्कों की ओर आकर्षित भी कर रहे हैं। लोगों की सराहना के बाद अब निगम इसे दूसरे चरण में ले जा रहा है। जिसके तहत अन्य पार्कों में भी इस तरह के और प्रयोग किए जाएंगे। बता दें, एमसीडी ने 13 बड़े पार्कों को सेल्फी प्वाइंट बनाया है। इन वस्तुओं को बहुत कम लागत में बनाकर पार्कों के सौंदर्यीकरण का प्रयास किया गया है।
पार्कों में वेस्ट टू आर्ट को नया रूप दिया
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक दिल्ली नगर निगम (MCD) के एक अधिकारी ने बताया कि उपराज्यपाल वीके सक्सेना के दिशा-निर्देशों पर जी-20 को ध्यान में रखते हुए कई काम हो रहे हैं। इसके तहत हमने उत्तरी दिल्ली क्षेत्र में बन रहे कुछ पार्कों में वेस्ट टू आर्ट को नया रूप दिया है। जिसे पेंटिंग कर आकर्षक बनाया गया है, उन्होंने कहा कि पार्कों में मॉर्निंग वॉक के लिए आने वाले लोग फ़ोटो की खींच रहे हैं और अपनी तस्वीरों भी खिंचवा रहे हैं। वहीं, छोटे बच्चों के साथ आने वाले माता-पिता भी यहां खूब फोटो और सेल्फी ले रहे हैं।
इन पार्कों में सेल्फी प्वाइंट बनाए गए हैं
बता दें कि करोल बाग का अजमल खान पार्क, मॉडल टाउन का शालीमार पार्क, नरेला की नर्सरी, अशोक विहार का केडी ब्लॉक सेंट्रल पार्क, सीटू ब्लॉक का बाबा बालक नाथ पार्क, कोहाट एन्क्लेव का झोड़ वाला पार्क, निमड़ी कॉलोनी का टीचर पार्क, अशोक विहार का पार्क, शालीमार बाग का चिल्ड्रन पार्क।
कहीं कार तो कहीं जहाज को आकर्षक बनाया
जी-20 शिखर सम्मेलन को देखते हुए निगम ने वेस्ट टू आर्ट आर्ट वर्क के तहत पार्कों में अलग-अलग प्रयोग किए हैं। कहीं पर जर्जर कार को झंडों के साथ सेल्फी प्वाइंट में तब्दील कर दिया गया है तो कहीं नाव को गमले में तब्दील कर दिया गया है। वहीं कई जगहों में तो कबाड़ को फव्वारों में तब्दील कर दिया गया हैं।