राजधानी दिल्ली में नगर निगम एक बार फिर से व्यापारियों के पीछे हाथ धोकर पड़ने वाली है। दिल्ली नगर निगम व्यापारियों से प्रॉपर्टी टैक्स और कन्वर्जन फीस वसूलने के लिए कार्यवाई कर रही है। इसके लिए जिस किसी ने भी प्रॉपर्टी टैक्स और कन्वर्जन फीस जमा नहीं करवाई उन्हे नोटिस भेज वार्निंग दी जा रही है। चांदनी चौक में ही करीब एक हजार से ज्यादा व्यापारियों को वार्निंग नोटिस भेज दिया गया है। यदि उन्होंने नोटिस का पालन करते हुए कन्वर्जन फीस जमा नहीं कराई तो सीलिंग की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी।
टैक्स ना भरना पड़ेगा महंगा
आपको बता दे करीब 20 दिन पहले ही दिल्ली नगर निगम ने स्पेशल जोन चांदनी चौक के अंतर्गत आने वाले इलाकों कुचा नटवा, कटरा नील, कुचा काबिल अतार, नई सड़क सहित अन्य व्यापारियों को नोटिस मिलना शुरू हो गए थे। आपको बता दें राजधानी में कई ऐसे प्रॉपर्टी है जिनका सालों से टैक्स नहीं भरा गया है।
इन व्यापारियों को भरना पड़ेगा प्रॉपर्टी टैक्स
वही आपको बता दें दिल्ली नगर निगम ने प्रॉपर्टी टैक्स पर 31 मार्च 2023 तक छूट दे रखी है जिसके बावजूद भी कोई टैक्स जमा करने को राजी नहीं। इसी को मद्देनजर रखते हुए हाउस टैक्स विभाग ने विशेषत व्यवसायिक प्रॉपर्टी जिनमे फार्महाउस, बैंक्विट हॉल, वाटिका, मैरिज हॉल, होटल, मॉल और आदि चलते है उनके मालिकों को नोटिस भेजना शुरू कर दिया है। आपको बता दे, प्रॉपर्टी विभाग के अधिकारियों के मुताबिक, अलीपुर, नरेला, जीटी करनाल रोड, वजीरपुर औद्योगिक क्षेत्र, झिलमिल औद्योगिक क्षेत्र, छतरपुर, महरौली, सहित अन्य क्षेत्रों में स्थित व्यावसायिक सम्पत्तियों के मालिकों को करीब 150 से अधिक नोटिस जारी किए हैं।
पूर्व पार्षद सुमन गुप्ता का बयान
पूर्व पार्षद सुमन गुप्ता का कहना है कि अब तक करीब एक हजार से अधिक दुकानदारों को नोटिस मिल चुके हैं और दुकानों के बाहर कन्वर्जन फीस के नोटिस भी चस्पा कर दिए गए हैं। उन्होंने बताया कि 1962 में दिल्ली का पहला मास्टर प्लान आया था। प्लान के मुताबिक, चांदनी चौक के सभी मुख्य मार्ग, कटरे और कूचे पहले से कर्मिशयल जोन घोषित हैं। इसके बावजूद निगम नोटिस जारी कर रहा है जो तर्कसंगत नहीं है। उन्होंने बताया कि नोटिस मिलने के बाद से व्यापारी परेशान हैं।