देश की ताजनगरी दिल्ली के राजेंद्र नगर क्षेत्र में स्थित 50 वर्ष पुराने हनुमान मंदिर पर डीडीए ने अपना बुलडोजर चला दिया हैं। इसकी जानकारी लोगों को हुई तो उन्होंने मौके पर पहुंचकर विरोध किया और बुलडोजर पर चढ़ गए। इसके बाद तोड़फोड़ का काम रोक दिया गया। इस मामले में दिल्ली बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष का आरोप है कि दिल्ली सरकार ने रेजियस कमेटी की गलत सिफारिश पर काम किया है। बता दे कि राजधानी दिल्ली में डीडीए के बुलडोजर चलने पर बवाल खड़ा हो गया था। यहां राजेंद्र नगर के शंकर रोड पर स्थित प्राचीन हनुमान मंदिर है। वीरवार की सुबह अचानक पुलिस बल के साथ डीडीए का बुलडोजर मंदिर परिसर में पहुंच गया और मंदिर में तोड़फोड़ शुरू कर दी। इसकी जानकारी लगते ही बड़ी संख्या में लोग पहुंच गए और डीडीए की कार्रवाई का विरोध करते हुए बुलडोजर पर चढ़ गए।
विरोध के बीच डीडीए ने कार्रवाई रोकी
बताते चले, लोगों के विरोध के चलते डीडीए ने विध्वंस का काम रोक दिया। घटना के वक्त दिल्ली बीजेपी के नेताओं के साथ विश्व हिंदू परिषद के पदाधिकारी भी मौके पर पहुंचे। इन सभी ने दिल्ली सरकार को घेरना शुरू कर दिया। हालांकि, डीडीए ने कार्रवाई की। इसके बावजूद दिल्ली भाजपा नेताओं ने दिल्ली सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि दिल्ली सरकार की धार्मिक समिति ने डीडीए को गलत सूचना देकर प्राचीन मंदिर को तोड़ा है, जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
पुलिस ने कराया मामला शांत
प्राप्त जानकारी के मुताबिक लोगों ने बताया कि इस मंदिर के पास कुछ लोगों के अवैध कब्जे को लेकर यह कार्रवाई की गई है। इस मामले की जानकारी मिलने के बाद भारी पुलिस बल मौके पर पहुंच गया। पुलिस ने कार्रवाई का विरोध कर रहे लोगों को समझा-बुझाकर मामला शांत कराया। बीजेपी और विश्व हिंदू परिषद के लोगों का कहना है कि जब तक मंदिर का जीर्णोद्धार नहीं होता तब तक धरना जारी रहेगा। इस दौरान दिल्ली भाजपा के पूर्व अध्यक्ष आदेश गुप्ता, उपाध्यक्ष दिल्ली भाजपा राजन तिवारी, विश्व हिंदू परिषद के अध्यक्ष सुरेंद्र गुप्ता व स्थानीय महिला अनीता बजाज मौजूद रहीं।