अगर आप राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के निवासी है, तो आपको दोनों रूटों की अपडेट जरूर पता होनी चाहिए। प्रथम प्रोजेक्ट प्रगति मैदान कॉरिडोर के तहत बन रहा अंडरपास है और दूसरा आश्रम फ्लाईओवर एक्सटेंशन है। जी हां, प्रगति मैदान ट्रांजिट कॉरिडोर का अंडरपास नंबर 5 निर्माणाधीन है। 28 फरवरी की समय सीमा समाप्त हो रही है और 1-2 मार्च को पहली G20 बैठक से पहले इसके पूरी तरह से खुलने की आशंका नहीं है। अंतर्राष्ट्रीय बैठकें भी इस क्षेत्र के पुनर्विकास का मुख्य उद्देश्य हैं। पीडब्ल्यूडी अधिकारियों के अनुसार अभी काम अधूरा है। भैरों मार्ग पर अंडरपास और रिंग रोड टी-प्वाइंट खुलने में कुछ और दिन की देरी होगी। अंडरपास का काम बाकी रह जाने से टनल में ट्रैफिक ज्यादा हो सकता है। विदेशी मेहमान एक और दो मार्च को प्रगति मैदान कन्वेंशन सेंटर की अंडरग्राउंड पार्किंग में पहुंचने के लिए इसी रास्ते का इस्तेमाल करेंगे।
प्रगति मैदान अंडरपास में देरी क्यों?
पीडब्ल्यूडी के एक अधिकारी ने बताया कि शुरुआत में इस अंडरपास के लिए सुरंग बनाने का काम ठीक चल रहा था, लेकिन मिट्टी में कुछ दिक्कत आने के बाद अंडरपास का कम से कम 27 मीटर हिस्सा अधूरा रह गया। सुरंग लगातार डूब रही थी। इस वजह से अंडरपास लेट हो गया है। पिछले साल एलजी वीके सक्सेना ने खुद साइट का दौरा किया था और इस साल फरवरी के अंत तक काम पूरा करने का आदेश दिया था।
पीक अवर्स में सुबह और शाम जाम रहता हैं
बता दें, प्रगति मैदान में कन्वेंशन सेंटर सितंबर में होने वाले जी20 शिखर सम्मेलन का स्थान है। कई और मीटिंग्स के लिए आने वाले विदेशी डेलीगेट्स भी इस टनल का इस्तेमाल करने वाले हैं। पीक ऑवर में सुबह और शाम के समय काफी ट्रैफिक रहता है। अधिकारियों का कहना है कि अंडरपास नंबर 5 के खुलने के बाद यह समस्या दूर हो जाएगी क्योंकि दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे की ओर जाने वाले वाहनों को भैरों मार्ग से डायवर्ट कर दिया जाएगा।