Delhi News: फरवरी माह में हालत खराब कर देने वाली गर्मी! शुरू हो गई पानी की किल्लत

बीते तीन वर्ष से दिल्ली जल बोर्ड (DJB) के लिए भी जलवायु परिवर्तन एक चुनौती बनता जा रहा है। यही कारण है कि दो साल से मार्च में ही पानी की मांग बढ़ रही है, लेकिन इस बार समस्या फरवरी में ही शुरू हो गई है। कुछ इलाकों से सर्दी के मुकाबले पानी की आपूर्ति कम होने की भी शिकायतें मिली हैं। वहीं, डीजेबी के मुताबिक समर एक्शन प्लान पर काम चल रहा है। इस बार लोगों को एक हजार से 1200 एमजीडी पानी देने की तैयारी की जा रही है। मांग-आपूर्ति का अंतर कम होने से यह समस्या कम होने की उम्मीद है। समर एक्शन प्लान मार्च के मध्य तक तैयार होने की उम्मीद है। इस बार इसे हर क्षेत्र को ध्यान में रखकर तैयार किया जा रहा है।

 

गर्मी में पानी की डिमांड बढ़ जाती है

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, समर एक्शन प्लान में गर्मी को लेकर पूरी प्लानिंग होती है कि दिल्ली में कितना पानी सप्लाई किया जाएगा, जिन इलाकों में सप्लाई नहीं है वहां टैंकरों से पानी कैसे सप्लाई किया जाएगा, किन इलाकों में पानी की समस्या ज्यादा है। डीजेबी वर्तमान में राजधानी में 990 MGD तक है। पानी की आपूर्ति कर रहा है, परंतु गर्मी के दिनों में मांग बढ़कर 1100 से 1400 MGD हो जाती है। पानी की किल्लत को लेकर हर साल कई इलाकों में लोग विरोध प्रदर्शन करते हैं।

 

इमरजेंसी यूनिट को अलर्ट रहने का आदेश दिया गया है

आपको बताते चले, DJB से प्राप्त जानकारी के मुताबिक जनवरी के मुकाबले फरवरी में पानी की डिमांड करीब 10 फीसदी बढ़ी है। ऐसे में गर्मी शुरू होते ही संभागीय जल आपात इकाई को पूरी तरह से तैयार रहने को कहा गया है। इसके अलावा पाइप लाइन की भी सफाई की जा रही है। यह काम अंतिम पड़ाव में है। उपकरणों की जांच की जा रही है। सेंट्रल कंट्रोल रूम और वाटर इमरजेंसी को भी हाई अलर्ट पर रखा गया है। ऐसे इलाकों में जहां पानी की सप्लाई नहीं है या उसमें कुछ दिक्कत है, वहां शिकायत मिलने के आधे घंटे के अंदर टैंकर से पानी भेजने को कहा गया है।