अगर आप दिल्ली के निवासी है और आपको 4 घंटे के अंदर जयपुर में किसी जरूरी मीटिंग में शामिल होना है तो टेंशन फ्री रहें। आप इतमीनान से सुबह 5 बजे उठे और 9 बजे जयपुर में बैठकर नाश्ता कीजिए। आप यकीन ना करे इस बता पर परंतु यह अब सच में हो सकता है। दरअसल, साउथ दिल्ली, फरीदाबाद और बल्लभगढ़ के कुछ हिस्सों में रहने वाले लोगों का जयपुर का सफर पहले से काफी आसान और सुविधाजनक होने वाला है। इन क्षेत्रों में रहने वाले लोग दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे के हाल ही में खुले सोहना-दौसा-लालसोट खंड से दिल्ली-आगरा राजमार्ग लेकर बल्लभगढ़ से जयपुर पहुंच सकेंगे।
5,000 करोड़ रुपये में होगा प्रोजेक्ट तैयार
प्राप्त जानकारी के अनुसार, एनएचएआई (NHAI) इस सप्ताह दिल्ली-आगरा हाईवे से एक्सप्रेसवे तक 20 किलोमीटर का ग्रीनफील्ड लिंक खोल देगा। इससे लोगों को एक्सप्रेस-वे तक पहुंचने के लिए गुड़गांव होते हुए सोहना जाने की जरूरत नहीं होगी। एनएचएआई के एक अधिकारी ने कहा कि 20 किलोमीटर के इस हिस्से पर काम पूरा हो चुका है और ट्रायल रन चल रहा है। इस आसान लिंक को दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे से जोड़ने के लिए 5,000 करोड़ रुपये का प्रोजेक्ट तैयार किया गया है।
5,063 करोड़ की परियोजना
बता दें, NHAI ने मुंबई को सुगम कनेक्टिविटी प्रदान करने के लिए इस परियोजना के लिए 5,063 करोड़ रुपये का निवेश करके DND फ्लाईवे से सोहना (59 किमी) तक एक लिंक चालू किया है। विस्तार को तीन पैकेजों में विभाजित किया गया है और उन सभी को अप्रैल 2024 तक पूरा किया जाना है। पहला पैकेज डीएनडी फ्लाईवे से यमुना के तट पर दक्षिण दिल्ली में जैतपुर तक छह लेन का एलिवेटेड कॉरिडोर होगा, विशेष रूप से एक्सप्रेसवे के लिए ट्रैफ़िक। दूसरा पैकेज जैतपुर से बल्लभगढ़ (25 किमी) तक छह लेन का सिग्नल-मुक्त खिंचाव है, जो मौजूदा बाईपास के माध्यम से एक्सप्रेसवे यातायात के लिए बनाया जा रहा है। एनएचएआई स्थानीय ट्रैफिक के लिए दोनों तरफ थ्री लेन सर्विस रोड बना रहा है। तीसरा पैकेज इसी हफ्ते खुलने वाला है।
यह सड़क आम लोगों के लिए खोली जाएगी
आपको बताते चले एनएचएआई (NHAI) के एक अधिकारी ने कहा कि अगले कुछ दिनों में सड़क को आम लोगों के लिए खोला जाएगा। यह एक्सप्रेसवे के लिए एक और लिंक मुहैया करवाएगा। यह लिंक मानेसर और नीमराना की यात्रा में लगने वाले समय को भी कम करेगा। हालाँकि शुरुआत में एक्सप्रेसवे की योजना सोहना से मुंबई तक थी, लेकिन राजमार्ग मंत्रालय और NHAI ने दिल्ली को देश की वित्तीय राजधानी से जोड़ने की योजना को संशोधित किया है। इसके बाद में एक्सप्रेसवे से आने वाले जेवर हवाई अड्डे को कनेक्टिविटी प्रदान करने के लिए एक और जोड़ा गया।