देश की ताजनगरी दिल्ली के आरके पुरम क्षेत्र से एक सात साल की बच्ची के साथ दरिंदगी की दर्दनाक कहानी सामने आई है। सगी बुआ ने सात साल की बच्ची को गोद लिया था और गोद लेने के पहले दिन से ही उसे प्रताड़ित कर रही थी। स्कूल टीचर ने पहली कक्षा की छात्रा के शरीर पर चोट के इतने निशान देखे तो उसने पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने जब मामले की जांच की और बच्ची का मेडिकल कराया तो जांच रिपोर्ट में सामने आया कि बच्ची के शरीर पर चोट के 18 से ज्यादा निशान थे। दिल्ली पुलिस ने सफदरजंग अस्पताल में तैनात आरोपी नर्स और उसके पति को रुड़की से गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी नर्स बच्चे की मौसी लगती है और उसने बच्चे को गोद लिया था।
अंगारों से जली, चाकू से जीभ काटी
प्राप्त जानकारी के अनुसार स्कूल टीचर ने बच्ची के शरीर पर चोट के निशान देखे और पुलिस को फोन किया। लड़की ने पुलिस से जो कहा उसे सुनकर आपके रोंगटे खड़े हो जाएंगे। युवती ने बताया कि वह आरके पुरम में मौसी के साथ रहती है, कक्षा एक में पढ़ती है। गोद लेने के बाद पहले दिन से ही बुआ ने उसे पीटना शुरू कर दिया। बच्ची ने बताया कि दिसंबर जनवरी की सर्द रातों में उसे घर की छत और बालकनी में बिना कपड़ों के सुला दिया जाता था। उसे कोयले से जलाया गया और चाकू से उसकी जीभ काट ली गई। उन्हें गर्म बर्तन में बिठाया गया। उसे आए दिन पीटा जाता था।
पुलिस लेगी आज रिमांड पर
बता दें, दिल्ली पुलिस ने सबसे पहले आरोपी नर्स और उसके पति को रुड़की से गिरफ्तार किया, फिर उसके बेटे को भी पकड़ा। आज इन सभी को कोर्ट में पेश करने के बाद दिल्ली पुलिस रिमांड पर लेगी और फिर जानने की कोशिश करेगी कि ये ऐसा क्यों करते थे। जब उसने अपनी भतीजी को गोद लिया था तो उसे इस तरह क्यों प्रताड़ित किया। आरोपी नर्स का नाम रेणु कुमारी है जो दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में काम करती है और उसके पति का नाम आनंद कुमार है।