वाहन का पंजीकरण प्रमाण पत्र यानी की आरसी (RC) चालान कटते समय जमा हो गया था। वाहन मालिक ने ऑनलाइन रिपोर्ट लिखकर प्राधिकरण द्वारा जारी डुप्लीकेट आरसी बनवा ली। इसके बाद अपनी कार को बेच दिया गया। कितना गजब का हैं ये मामला। यह मामला कोर्ट में सुनवाई के दौरान सामने आया। तीस हजारी कोर्ट के मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट ने आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज करने का निर्देश दिया। लोनी अथॉरिटी से डुप्लीकेट आरसी जारी करने के आरोपी आसिफ खान के खिलाफ शुक्रवार को ज्योति नगर थाना पुलिस ने धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है।
डुप्लीकेट आरसी बनवाकर गाड़ी बेच दी
प्राप्त जानकारियों के मुताबिक आसिफ खान अपने परिवार के साथ यमुना विहार में रहते हैं। लोनी परिवहन प्राधिकरण के कनिष्ठ सहायक जितेंद्र कुमार ने कोर्ट को बताया कि 23 नवंबर 2022 को वाहन के पूर्व मालिक आसिफ खान ने पुरानी आरसी गायब होने का दावा करते हुए नई आरसी जारी करने के लिए आवेदन किया था। इसके लिए पुलिस रिपोर्ट के साथ एनसीआर भी जमा किया था। इसके आधार पर मोटर लाइसेंसिंग अधिकारी ने डुप्लीकेट आरसी जारी कर दी, जिसके जरिए आरोपी आसिफ ने गाड़ी बेच दी।
कोर्ट ने दर्ज किया मुकदमा
आपको बताते चले कि सुनवाई के दौरान जब कार की बिक्री की बात सामने आई तो रिकॉर्ड की जांच की गई। जिसमे पता चला कि 10 मार्च 2020 को गाड़ी का चालान किया गया था। इस वजह से उसकी आरसी जब्त कर ली गई थी। आरोप है कि चालान के जुर्माने से बचने के लिए आरोपियों ने डुप्लीकेट आरसी बनवाने के लिए यह गलती की। तीस हजारी कोर्ट ने पूरे मामले को सुनने और संबंधित लोगों के बयान दर्ज करने के बाद आरोपी पूर्व वाहन मालिक आसिफ के खिलाफ मामला दर्ज करने का निर्देश दिया।