एक मार्च से नगरीय क्षेत्रों में डेयरी चलाने वालों पर एमसीडी का पशु चिकित्सा विभाग कार्रवाई करेगा। पशु चिकित्सा विभाग ने कार्रवाई के लिए 600 से अधिक डेयरियों की सूची भी तैयार कर ली है। डेयरी मालिकों के खिलाफ थाने में प्राथमिकी भी दर्ज कराई जाएगी। अधिकारियों की बात माने तो MCD शहरी इलाकों में डेयरी चलाने की अनुमति नहीं देती हैं। ऐसे में करीब 600 से ज्यादा अवैध डेयरियों की सूची तैयार कर ली गई है।
प्रदूषण और ट्रैफिक जाम की समस्या
बता दे, पशु चिकित्सा विभाग के अधिकारियों के मुताबिक ग्रामीण क्षेत्रों में डेयरी चलाई जा सकती है, परंतु शहरी क्षेत्रों में डेयरी चलाने की अनुमति McD नहीं देती है, किंतु लोग सैकड़ों डेयरियां चोरी-छिपे चला रहे हैं। ये डेयरियां न केवल प्रदूषण फैला रही हैं, बल्कि सड़कों पर जाम की समस्या भी रोजाना पैदा हो रही है। बीच सड़क पर खड़े डेयरियों के पशुओं के कारण कई हादसे हो चुके हैं। इसलिए नगरीय क्षेत्रों में चल रही डेयरियों के खिलाफ एमसीडी ने सीलिंग योजना बनाई है। 600 से अधिक डेयरियों की सूची तैयार की गई है। सबसे ज्यादा डेयरियां केशवपुरम, रोहिणी और सिविल लाइंस जोन में हैं। पश्चिम क्षेत्र, शहर-सदर पहाड़गंज और मध्य क्षेत्र में भी अच्छी संख्या में डेयरियां हैं।
डेयरी संचालकों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई जायेगी
बता दे, विभाग के अधिकारियों के मुताबिक अवैध डेयरी संचालकों की डेयरियों को न सिर्फ सील किया जाएगा, बल्कि उनके खिलाफ थाने में प्राथमिकी भी दर्ज कराई जाएगी और जुर्माना भी लगाया जाएगा, परंतु इस बार जुर्माना 5 हजार नहीं, बल्कि 10 गुना ज्यादा जुर्माना लगाने की योजना है। सीलिंग की प्रक्रिया एक मार्च से शुरू होगी।