राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली-एनसीआर (DELHI-NCR) में प्रदूषण में बढ़ोतरी से अनुमान को देखते हुए एक बार फिर से ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (GRAP) के दूसरे चरण को फिर से लागू कर दिया गया है। जिसके तहत डीजल जेनरेटर और ओवन में कोयले पर प्रतिबंध रहेगा। पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय की उपसमिति ने गुरुवार को हवा की गुणवत्ता में गिरावट को देखते हुए यह फैसला लिया हैं।
निजी वाहनों का उपयोग करने से बचने की सलाह दी
प्राप्त जानकारियों के मुताबिक उप-समिति ने अधिकारियों से सड़कों की यांत्रिक सफाई, भारी यातायात और धूल भरी जगहों पर पानी का छिड़काव, निर्माण स्थलों पर धूल नियंत्रण उपायों का कड़ाई से कार्यान्वयन, होटलों, रेस्तरां आदि में तंदूर में ईंधन के उपयोग को सुनिश्चित करने का आग्रह किया। उपयोग पर प्रतिबंध लगाने जैसे उपाय कोयला और लकड़ी के इस्तेमाल, बिजली के जनरेटर पर प्रतिबंध लगाने और आपातकालीन सेवाओं को छोड़कर डीजल जनरेटर का इस्तेमाल नहीं करने को सख्ती से लागू करने को कहा है। समिति ने नागरिकों से निजी वाहनों का उपयोग करने से बचने और निर्माण गतिविधियों को रोकने की भी अपील की है।
हवा की गुणवत्ता बेहद खराब श्रेणी में पहुंचने का अनुमान है
आपको बताते चले कि मौसम विभाग (indian metrological department) ने दिल्ली-एनसीआर का वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) बेहद खराब (301-400) श्रेणी में पहुंचने का अनुमान जताया है। गुरुवार को शाम 4 बजे दिल्ली का एक्यूआई (AQI) 270 था।
कैसा है मौसम?
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली समेत पूरे उत्तर पश्चिम भारत (नॉर्थ West) के आने वाले तीन से चार दिनों तक ज्यादातर हिस्सा में न्यूनतम तापमान 3 से 5 तक बढ़ सकता हैं। वहीं इसके साथ, कोंकण, गोवा और उत्तरी कर्नाटक में अगले दो से तीन दिन में अधिकतम तापमान 35 से 38 डिग्री पहुंच सकता है। वहीं इसके अलावा देश के बाकी हिस्सों में मौसम में कोई बदलाव देखने को नहीं मिलेगा। मौसम विभाग (IMD) की बात की जाए, तो जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में बर्फबारी और बारिश भी देखी जा सकती हैं।