दिल्ली से मुंबई जाने तक का सफर का सफर तय 16 घंटो में देश की सबसे तेज़ चलने वाली ट्रेन राजधानी एक्सप्रेस से परंतु बहुत जल्द ही यह सफर सड़क मार्ग से मात्र 12 घंटे में पूरी की जा सकेगी। देश का सबसे लंबा मुंबई-दिल्ली एक्सप्रेस-वे (Mumbai-Delhi Expressway) का कार्य तेज़ी से प्रगति पर है। दिल्ली से मुंबई एक्सप्रेस-वे यह सड़क मार्ग(Expressway) 24 घंटे की यात्रा के समय को घटाकर 12-13 घंटे का कर देगा। इस एक्सप्रेस-वे के बनने से दोनों राज्यों के बीच सड़क मार्ग भी 130 किलोमीटर तक घट जाएगा।एक्सप्रेस-वे पर 120 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से गाड़ी चला पाएंगे। इस एक्सप्रेसवे में एक लाने इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए भी होगी। इस एक्सप्रेसवे में वर्तमान में 8 लेन है। आने वाले समय में 4 लेन और जोड़े जा सकते है।
मार्च 2023 तक अधिकांश हिस्सा बनकर होगा तैयार
प्राप्त जानकारियों के मुताबिक दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे को देश के सबसे बड़े कंटेनर पोर्ट जवाहरलाल नेहरू पोर्ट ट्रस्ट (JNPT) से जोड़ा जाएगा। इस एक्सप्रेस-वे का ज्यादातर हिस्सा को मार्च 2023 तक बनाने का लक्ष्य तय किया गया है। इसकी कन्फर्मेशन खुद केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने दी है। मुंबई के जवाहरलाल नेहरू पोर्ट ट्रस्ट (JNPT) तक इसके निर्माण कार्य में कुछ और वक्त लगेगा। इस एक्सप्रेस-वे को मुंबई के नरीमन पॉइंट तक भी जोड़ने की योजना बनाई गई है।
98,233 करोड़ रुपए की लागत
इस एक्सप्रेस-वे को बनाने के लिए 98,233 करोड़ रुपए की लागत रखी गई है। दिल्ली-मुंबई 8 लेन ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस-वे का काम 9 मार्च 2019 से शुरू हुआ था और एक्सप्रेस-वे का निर्माण कार्य मार्च 2023 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। नेशनल हाइवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) के वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक इस एक्सप्रेस-वे को पूरा करने का लक्ष्य मार्च 2024 निर्धारित किया गया है। भूमि अधिग्रहण में बाधाओं से निर्माण में देरी हुई हैं।
कितना होगा टोल?
अगर हम टोल टैक्स को बात करे तो दिल्ली वडोदरा एक्सप्रेस-वे पर न्यूनतम टोल 0.65 पैसे प्रति किलोमीटर होगा, जो देश के अन्य सदलमार्गों की तुलना में बेहद कम है। वही मिनी बसों का 1.05 रुपए, बसों और ट्रकों से 2.20 रुपए, जेसीबी (JCB) जैसी भारी मशीनरी पर 3.45 रुपए और अन्य भारी वाहनों से 4.20 रुपए शुल्क लिया जाएगा।