दिल्ली में सर्दी का मौसम आते ही प्रदूषण बहुत ज्यादा बढ़ जाता है। ऐसे में इस बार प्रदूषण को रोकने के लिए सरकार पूरी तरह से तैयार है, अगर इस बार प्रदूषण बड़ा तो सरकार कुछ पाबंदियां लगा देगी।
वहीं इस बार ग्रैप को एक अक्टूबर से लागू किया गया। बता दें कि चार दिनों के पूर्वानुमान के अनुसार, हवा अभी खराब होने वाली नहीं है। सात दिनों के आउटलुक में भी हवा के खराब होने के संकेत नहीं मिले हैं। इसी के चलते ग्रैप की पाबंदियां एक अक्टूबर से नहीं लगी। लेकिन जैसे ही हवा के खराब होने के संकेत मिलेंगे, इसका पहला स्टेज लागू कर दिया जाएगा। एक्सपर्ट के अनुसार, इस समय हवाएं अच्छी चल रही हैं।
सीएक्यूएम सब कमिटी के एक सदस्य ने बताया कि जैसे ही पूर्वानुमान में प्रदूषण के खराब स्तर पर पहुंचने के संकेत मिलेंगे, ग्रैप को लेकर सब कमिटी की रिव्यू मीटिंग होगी।
इसी के साथ उन्होंने बताया कि ग्रैप तीन दिन के पूर्वानुमान पर लागू होगा, साथ ही इसके आउटलुक पर भी नजर रहेगी। आउटलुक के आधार पर तैयारियां शुरू हो जाएंगी।
वहीं प्रदूषण फैला रहीं फैक्ट्रियों पर भी अक्टूबर से एक्शन होगा। जानकारी के लिए बता दे कि रिहायशी इलाकों में जो फैक्ट्रियों प्रदूषण फैला रहीं थीं उनको सील किया गया था, उनमें से सिर्फ 1.2 प्रतिशत यूनिट ही डी-सील हुई हैं।
पिछले 3-4 साल के दौरान स्टेप 1, 2 और 3 के तहत एमसीडी ने कुल 3502 फैक्ट्रियों की सील किया था। इसमें से सिर्फ 45 फैक्ट्रियां ही डी-सील की गई हैं। अक्टूबर से फिर एक बार रिहायशी इलाकों में चलने वाली उन फैक्ट्रियों को सील करने का प्लान है, जिनसे प्रदूषण फैल रहा है।