राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के 30 बाजारों में दुकानों पर सीलिंग की तलवार लटक रही है। बता दे कि करोल बाग में 25 व्यापारियों को नोटिस दिया गया है। वहीं इसके अलावा रोहिणी, द्वारका, गांधीनगर सहित 30 से अधिक बाजारों में नोटिस की कार्रवाई जारी है। व्यापारी एमसीडी की इस कार्रवाई से खासा नाराज हैं और पूर्व में वसूले गए कन्वर्जन चार्ज का हिसाब मांग रहे हैं और सबसे ज्यादा नोटिस कन्वर्जन चार्ज को लेकर भेजे जा रहे हैं।
बाजारों में पार्किंग की सुविधा नहीं
प्राप्त जानकारी के मुताबिक, इसे लेकर व्यापारियों में आपत्ति है। व्यापारियों ने बताया कि कन्वर्जन चार्ज के साथ-साथ कुछ ऐसे चार्ज भी जोड़े जा रहे हैं, जिनकी सुविधा बाजार में उपलब्ध नहीं है। मसलन चांदनी चौक समेत करीब 12 बाजारों में कन्वर्जन चार्ज के साथ पार्किंग फीस भी जोड़ी जा रही है। व्यापारियों का तर्क है कि बाजार में पार्किंग की सुविधा नहीं है और पार्किंग के लिए कोई मास्टर प्लान नहीं है। कुछ बाजारों में तो पार्किंग के लिए भी जगह नहीं है, परंतु फिर भी व्यापारियों से पार्किंग शुल्क मांगा जा रहा है। वहीं दूसरी तरफ़ सदर बाजार के व्यापारियों ने 2 फरवरी को पंचायत बुलाई है, जिसमें दिल्ली के बहुत सारे बड़े व्यापारियों के पहुंचने की उम्मीद है।
प्रति वर्ग मीटर के हिसाब से पार्किंग शुल्क लिया जाएगा
वहीं हर बाजार में प्रति वर्ग मीटर पार्किंग शुल्क मांगा जा रहा है। दुकान के साइज के हिसाब से पार्किंग चार्ज भी देना होगा। चांदनी चौक में पार्किंग चार्ज 1330 रुपये प्रति वर्ग मीटर होगा, जो कन्वर्जन चार्ज के अतिरिक्त है। अगर कोई दुकानदार 100 वर्ग मीटर की दुकान चलाता है तो उसे 1.33 लाख पार्किंग शुल्क देना होगा। बाजार में पार्किंग की सुविधा नहीं है। इसको लेकर व्यापारी विरोध कर रहे हैं। सबसे बड़ी मार जुर्माने के रूप में है। अगर किसी को कन्वर्जन चार्ज का नोटिस भेजा गया है तो उसे जुर्माना भी भरना होगा।