देश की ताजनगरी दिल्ली के सराय काले खां में बन रहा रैपिड रीजनल ट्रांसपोर्ट सिस्टम (RRTS) स्टेशन ट्रांसपोर्ट के लिए एक वन-स्टॉप डेस्टिनेशन साबित होगा। इसे एक मल्टी मॉडल ट्रांसपोर्ट हब के रूप में विकसित किया जा रहा है। सराय काले खां आरआरटीएस (RRTS) स्टेशन सड़क, मेट्रो और रेल जैसे सार्वजनिक परिवहन के सभी साधनों से जुड़ा होगा। यात्री बिना स्टेशन छोड़े परिवहन के एक साधन से दूसरे साधन में जा सकेंगे। इसके लिए स्टेशन पर लिफ्ट, एस्केलेटर और फुट ओवरब्रिज मौजूद रहेगा।
सभी इंटरचेंज सुविधा शामिल होगी
बता दे कि, सराय काले खां आरआरटीएस (RRTS) स्टेशन के पूरा होने के बाद वीर हकीकत राय आईएसबीटी पिंक लाइन पर हजरत निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन और हजरत निजामुद्दीन मेट्रो स्टेशन से जुड़ जाएगा। आरआरटीएस स्टेशन के ठीक नीचे सिटी बस इंटरचेंज सुविधा भी होगी। आश्रम की ओर रिंग रोड पर स्टेशन गेट भी बनाया जा रहा है, ताकि यात्रियों को आने-जाने में आसानी हो। समझें कि कैसे सराय काले खां आरआरटीएस स्टेशन यात्रा के भविष्य को चार्ट बनाने जा रहा है।
सराय काले खां से कहीं भी जाए
अधिकारियों से मिली जानकारी के मुताबिक, सराय काले खां आरआरटीएस स्टेशन से वीर हकीकत राय अंतरराज्यीय बस टर्मिनस (ISBT) महज 85 मीटर की दूरी पर होगा। स्टेशन में आईएसबीटी (ISBT) के पास एक प्रवेश/निकास द्वार होगा। आईएसबीटी और आरआरटीएस स्टेशन को जोड़ने के लिए एक फुटपाथ भी होगा। पिंक लाइन पर हजरत निजामुद्दीन मेट्रो स्टेशन के पास सराय काले खां आरआरटीएस स्टेशन का एक गेट भी बनाया जाएगा। RRTS स्टेशन परिसर से हजरत निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन की दूरी करीब 280 मीटर होगी। दोनों को फुट ओवरब्रिज से जोड़ा जाएगा।
मार्च 2023 तक इस रूट पर शुरू हो जाएगा RRTS
गौरतलब ही कि राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र परिवहन निगम (NCRTC) का प्लान है कि मार्च 2023 तक प्रॉयरिटी सेक्शन (मैप में) पर ऑपरेशन शुरू कर दिया जाए। 2025 तक दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ के 82 किलोमीटर लंबे स्ट्रेच पर रैपिड रेल दौड़ने लगेगी।