राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में आम आदमी पार्टी (AAP) सरकार और उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना (LG Vinay Kumar Saxena) के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है। अभी चल रहे एक दम नए मुद्दे में दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने 16 जनवरी 2022, सोमवार को उपराज्यपाल पर देश की सर्वोच्च अदालत (Supreme Court) की अवज्ञा करने का आरोप लगाया हैं। शिक्षकों के प्रशिक्षण के मुद्दे को लेकर उन्होंने सड़क पर प्रदर्शन करना शुरू कर दिया है, उन्होंने कहा कि एलजी शिक्षकों को फिनलैंड जाने से रोक रहे हैं। इसके साथ ही उन्होंने एलजी पर दिल्ली में योग कक्षाओं पर रोक लगाने का आरोप लगाया है।
दिल्ली की जनता तानाशाही नहीं लोकतंत्र चाहती है
प्राप्त जानकारियों के मुताबिक दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली तानाशाही नहीं बल्कि संविधान और लोकतंत्र चाहती है। जनता के हक के लिए हमारा संघर्ष जारी रहेगा, उन्होंने सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) का आदेश दिखाते हुए कहा,
“दिल्ली की चुनी हुई सरकार, दिल्ली की जनता का टैक्स, दिल्ली के बच्चों की पढ़ाई… फिर एलजी को क्या दिक्कत है?’ सबसे अच्छी शिक्षा भी मिलनी चाहिए। हम सरकारी शिक्षकों को प्रशिक्षण के लिए फिनलैंड भेज रहे हैं।” वहीं, दिल्ली उपमुख्यमंत्री व शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि एलजी को शिक्षकों को ट्रेनिंग पर जाने से रोकने का कोई अधिकार नहीं है।”
एलजी ने विधायकों से मिलने को मना करा
वहीं डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया (Manish Sisodia) ने अपने ट्विटर अकाउंट हैंडल से ट्वीट करते हुए लिखा,
“विधायकों के साथ मुख्यमंत्री @ArvindKejriwal जी और मैं एलजी साहब से मिलने गए थे ताकि उनसे निवेदन कर सकें कि शिक्षकों को फ़िनलैंड ट्रेनिंग जाने से न रोकें। उपराज्यपाल साहब ने विधायकों के साथ मिलने से मना कर दिया। LG साहब! दिल्ली की जनता के चुने हुए विधायकों से मिलने में क्या डर है?”