Delhi News: दिल्ली के पुराने किले में शुरू होने जा रही है खुदाई, क्या यहीं थी पांडवों की राजधानी इंद्रप्रस्थ?

भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) एक बार फिर इस रहस्य से पर्दा उठाने की तैयारी कर रहा है कि क्या पांडवों की राजधानी इंद्रप्रस्थ पुराने किले के टीले पर थी। आजादी के बाद यह पांचवां प्रयास है, जब खुदाई शुरू होगी तो मामला सामने आएगा। एएसआई (ASI) अगले सप्ताह से खुदाई शुरू करने की योजना बना रहा है। परियोजना को फिर से वरिष्ठ एएसआई अधिकारी वसंत स्वर्णकार द्वारा लिया गया है।

 

अभी तक कोई ठोस सबूत नहीं मिले

प्राप्त जानकारियों के मुताबिक ये हैं पद्म विभूषण से सम्मानित अधिकारी प्रो. बीबी लाल के बाद पुराने किले की दो बार खुदाई करा चुके है। इन दोनों खुदाइयों में बहुत कुछ मिला हैं, लेकिन स्पष्ट रूप से ऐसा कोई ठोस प्रमाण नहीं मिला है। जिसके आधार पर प्रत्यक्ष पुरातात्विक आधार पर यह दावा किया जा सके कि पुराना किला में इंद्रप्रस्थ पांडवों की राजधानी थी, यह अचंभित करने वाला है कि यह ASI के अधिकारियों को शांति से बैठने नहीं दे रही हैं। एएसआई को उम्मीद है कि यहां इंद्रप्रस्थ से जुड़े कुछ पुख्ता सबूत मिलेंगे। हालांकि, चित्रित मिट्टी के बर्तन चार खुदाई में पाए गए हैं, जो महाभारत के समय के माने जाते हैं। एएसआई (ASI) का कहना है कि इस बार मामले की तह तक जाने की कोशिश की जाएगी।

 

प्रो. बीबी लाल के समय पर हुई थी 2 बार खुदाई

 

जिस स्थान को हिन्दू शास्त्रों में पांडवों की राजधानी बताया गया है, वह वर्तमान में दिल्ली के पुराने किले परिसर के टीले पर स्थित है। इस सत्य का पता लगाने के लिए भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के पूर्व महानिदेशक प्रो. बीबी लाल सोलहवीं शताब्दी में परीक्षण के तौर पर निर्मित पुराने किले के नीचे 1954-55 और 1969-1973 में प्रो. बीबी लाल द्वारा खुदाई की गई थी। ठीक 41 साल बाद एएसआई ने यहां 2013-14 और फिर 2017-2018 में खुदाई की। इन दोनों खुदाइयों के बाद भी पूर्व की खुदाई से इसी तरह के साक्ष्य मिले हैं। बाद में समय पर काम शुरू नहीं होने के कारण इसे रद्द कर दिया गया।