नई दिल्ली नगरपालिका परिषद (एनडीएमसी) क्षेत्र को स्मार्ट सिटी कहे जाने के लिए, इसकी सुविधाएं अत्याधुनिक होनी चाहिए, जो देश भर के शहरों के लिए एक रोल मॉडल होनी चाहिए। जी20 सम्मेलन को लेकर इस शहर में काफी तैयारियां चल रही हैं। दावे और वादे तो बहुत किए जा रहे हैं, लेकिन इस शहर की जमीनी हकीकत देखनी हो तो जरा इस इलाके में स्थित कुछ सार्वजनिक शौचालयों पर नजर डाल लीजिए, सारे दावे खोखले हो जायेंगे।
कहीं दरवाजा, तो कहीं बेसिन नहीं
बात करे तो किसी के पास दरवाजे नहीं हैं तो किसी के पास हाथ धोने के लिए सिंक तक नहीं है। किसी में ताले लटक रहे हैं तो किसी में पानी नहीं है। शर्त यह है कि इसका इस्तेमाल करने जा रहा है, वह निराश होकर लौट रहे हैं। महिलाओं को ज्यादा परेशानी हो रही है। कनॉट प्लेस से सटे शिवाजी स्टेडियम टर्मिनल का शौचालय स्मार्ट सिटी का मजाक बना रहा है। इस जर्जर शौचालय में बाहर से दरवाजा तक नहीं है। बेसिन टूटा हुआ है। शौचालय भी टूटे पड़े हैं।
शौचालय की बदहाली से लोग परेशान
8 जनवरी 2023, रविवार को एक महिला निरीक्षण के दौरान आती है, परंतु निराश होकर महिला लौटती है क्योंकि शौचालय का दरवाजा टूटा हुआ है और पूरे परिसर में पानी भर हुआ था। आसपास कोई कर्मचारी नजर नहीं आता है। एक दुकानदार ने बताया कि कुछ महीने पहले ठेकेदार को पैसा नहीं देने पर कर्मचारियों ने बिल्डिंग में तोड़फोड़ की थी। तब से यह ऐसी ही हालत में पड़ा हुआ हैं। जबकि यहां सैकड़ों की संख्या में यात्री व पर्यटक आते-जाते हैं।
राजनीतिक पार्टी का पोस्टर का रहा है दरवाजे का काम
आपको बताते चले कि भाई वीर सिंह मार्ग स्थित एनडीएमसी शौचालय का भी यही हाल है। इसमें भी दरवाजा गायब हैं। एक राजनीतिक पार्टी का पोस्टर शौचालय के दरवाजे का काम कर रहा है। अंदर कोई बेसिन नहीं है, कोई शौचालय नहीं। इसी तरह पानी की भी कोई सुविधा नहीं है। यहां तैनात कर्मचारी ने बताया कि फिलहाल यह उपयोग में नहीं है।