राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के दिल्ली नगर निगम (MCD) के सदन की बैठक में पिछले दिनों में हुए हंगामे के कारण संपत्ति को काफी नुकसान पहुंचा है और अब इस नुकसान की भरपाई की जाएगी। सदन में निगम की संपत्ति को नुकसान पहुंचाने वालों की वीडियो फुटेज के आधार पर पहचान करने का काम शुरू कर दिया गया है। इसी आधार पर संबंधित पार्षदों से वसूली की जायेगी।
संबंधित पार्षदों को नोटिस भेजे जायेगा
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक नगर निगम (MCD) के अधिकारी इसकी रिपोर्ट तैयार कर रहे हैं। इस रिपोर्ट को निगम सचिव कार्यालय को भेजा जायेगा। जिसके बाद निगम सचिव कार्यालय हंगामे में मौजूद पार्षदों को हुए नुकसान की भरपाई के लिए नोटिस भेजेगा। अगर इसके बाद भी घटना से संबंधित निगम पार्षद भरपाई नहीं करते, तो निगम सचिव कार्यालय न्यायालय जाकर संबंधित पार्षदों से भरपाई कराएगी। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि एमसीडी में इस से पहले इस तरह के हंगामे से हुई तोड़फोड़ की भरपाई का नोटिस किसी भी निर्वाचित पार्षदों को नहीं भेजा गया है। बता दे कि हंगामे के दौरान चार माइक, एक टेबल और एक कुर्सी को नुकसान पहुंचा था।
एक माइक की कीमत एक लाख
प्राप्त जानकारियों के मुताबिक सदन में नामी कंपनियों के आधुनिक माइक और उपकरण लगे हुए थे। एक माइक की कीमत एक लाख रुपए तक आकी जा रही है। निगम सचिव कार्यालय के कर्मियों के बैठने के लिए रखी एक कुर्सी और एक टेबल भी टूट गई है, जिसकी भरपाई पार्षदों से करवाई जायेगी। एमसीडी द्वारा तैयार की जा रही रिपोर्ट के आधार पर संबंधित पार्षदों से वसूली की जायेगी।
पीठासीन अधिकारी के पास हैं जांच करवाने के अधिकार
फिलहाल मेयर और डिप्टी मेयर का चुनाव नहीं हुआ है और ना ही पार्षदों का शपथ ग्रहण समारोह हो पाया हैं।केवल पीठासीन अधिकारी सत्या शर्मा ही शपथ ले चुकी हैं। ऐसे में वर्तमान में पीठासीन अधिकारी सदन के सर्वेक्षक हैं। वह चाहें तो इस संबंध में जांच के आदेश दे सकती हैं। हालाँकि, उनकी सहमति के बिना नुकसान की सूचना नहीं दी जा सकती है। ऐसे में निगम संबंधित पार्षदों की सहमति लेकर उन्हें नोटिस देगा।