अब देश के सभी प्रमुख चिड़ियाघर स्कूली छात्रों को जंगली जानवरों के बारे में पाठ पढ़ाएंगे। इसका उद्देश्य बच्चों में इन जंगली जानवरों के प्रति दया की भावना पैदा करना है। साथ ही बच्चों को जानवरों के बारे में वैज्ञानिक जानकारी भी देनी होगी केंद्रीय पर्यावरण और वन मंत्रालय की अध्यक्षता में हाल ही में उड़ीसा की राजधानी भुवनेश्वर में चिड़ियाघर के निदेशकों की बैठक में यह निर्णय लिया गया। इसी कड़ी में दिल्ली जू ने अपनी तैयारियां शुरू भी कर दी हैं।
विशेषज्ञों की टीम बच्चों को जानवरों के बारे में जानकारी देगी
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक साल 2023 में दिल्ली चिड़ियाघर स्कूली छात्रों के लिए विशेष कार्यक्रम चलाएगा। इसको लेकर जू प्रबंधन ने तैयारी शुरू कर दी है। दिल्ली चिड़ियाघर की निदेशक आकांक्षा महाजन ने कहा कि इसका मकसद स्कूली बच्चों में इन जानवरों के बारे में जागरूकता पैदा करना है, उन्होंने कहा कि इसके लिए एमओयू (MOU) तैयार हो गया है, जल्द ही इस योजना को अमल में लाया जाएगा।
बच्चों में जानवरों के लिए नैतिक मूल्यों को विकसित करना
अपनी बात जारी रखते हुए उन्होंने आगे कहा कि इस कार्यक्रम के तहत चिड़ियाघर प्रबंधन इच्छुक संस्थानों एवं संगठनों के साथ संयुक्त रूप से काम करेगा। इसका मकसद बच्चों में जानवरों के प्रति नैतिक मूल्यों को विकसित करना है, उन्होंने आगे कहा कि विशेषज्ञों की टीम बच्चों को इन जंतुओं के बारे में विस्तार से जानकारी मुहैया कराएगी।
पशुओं की उपयोगिता व वन्य जीव संरक्षण के बारे में बताया जाएगा
चिड़ियाघर की निदेशक आकांक्षा महाजन ने अपनी बात जारी रखते हुए कहा कि इसका उद्देश्य बच्चों को चिडिय़ाघर में रखे जाने वाले जानवरों के बारे में वैज्ञानिक जानकारी उपलब्ध कराना है। इन जानवरों के अलग-अलग व्यवहार और उनकी दिनचर्या के बारे में बताया जाएगा। इन जानवरों की उपयोगिता के साथ-साथ बच्चों को वन्य जीव संरक्षण की जानकारी भी दी जाएगी। इसका मकसद बच्चों के कोमल मन में इन जानवरों के प्रति मनोवैज्ञानिक सोच को बदलना है।