राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के बाहरी दिल्ली के सुल्तानपुरी थाना क्षेत्र के कंझावला घटना में अंजलि नाम की युवती की कार से घसीटकर मर्डर करने के बाद अब ताजनगरी के दिल्ली पुलिस को सख्त दिशा-निर्देश दिए गए हैं। दरअसल, दिल्ली पुलिस ने एसएचओ (SHO), एटीओ (ATO), ब्रावो को रात में अपनी लाइव लोकेशन शेयर करने के लिए कहा गया है। इन को अब से रात में 12 बजे से 4 बजे के बीच अपनी लाइव लोकेशन साझा करनी पड़ेगी और अपनी-अपनी पोजिशन को अपडेट करना पड़ेगा। वहीं अब डीसीपी (DCP) की अनुमति के बिना कोई भी पुलिस कर्मी थाने के बाहर नहीं जा सकेगा।
परिवार है सदमे में
प्राप्त जानकारियों के मुताबिक अंजलि अपनी छोटी बहन को पढ़ा-लिखा कर, उसे अपने पैरों पर खड़ा करने के बाद इसकी शादी करने के सपने सजाए बैठी थी, पर उसे क्या पता था कि उसके ये सपने पूरे होने से पहले वो अपनी मां और बहन को छोड़कर दुनिया को अलविदा बोल देगी। मां और अपने छोटे भाई-बहन का भरण पोषण करने वाली अंजलि के जाने से उनके परिवार पर दुख आ पड़ा है। जहां अंजलि की हंसी गूंजा करती थी , अब वहां सिर्फ उसकी यादें रह गई हैं। अंजलि की माता भी अपने बच्चों को लेकर नानी के घर चली गई हैं। अब उनके घर के बाहर ताला लटका रहता हैं।
सीएम अरविंद केजरीवाल ने दिए 10 लाख का मुआवजा
https://twitter.com/ArvindKejriwal/status/1611343312618942465?t=mNsCWcsOloegbESWr7g2OA&s=19
दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने अपने ट्विटर अकाउंट हैंडल से ट्वीट करते हुए लिखा,
“अंजलि की दर्दनाक मौत ने पूरे देश को झकझोर दिया। इसकी भरपाई तो नहीं की जा सकती लेकिन उनके परिवार की मदद के लिए दिल्ली सरकार से आज दस लाख रुपए सैंक्शन किए। हम पूरी तरह से उनके परिवार के साथ हैं और उनकी हर तरह से मदद करेंगे।”
वहीं इससे पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल ने तीन जनवरी को एक ट्वीट करते हुए लिखा था,
https://twitter.com/ArvindKejriwal/status/1610230953607327748?t=7u5sT-AT2MBwQW0oY3VYcw&s=19
“पीड़िता की माँ से बात हुई। बेटी को न्याय दिलवायेंगे। बड़े से बड़ा वकील खड़ा करेंगे, उनकी माँ बीमार रहती हैं। उनका पूरा इलाज करवायेंगे, पीड़िता के परिवार को दस लाख रुपये का मुआवज़ा देंगे। सरकार पीड़िता के परिवार के साथ है। भविष्य में भी कोई ज़रूरत हुई तो हम पूरा करेंगे”
कार में सिर्फ 4 लोग थे सवार
गौरतलब है कि पुलिस के हवाले से पता चला कि एक जनवरी 2023 नए साल के दिन बलेनो कार में चार युवक ही सवार थे सिर्फ। पुलिस ने बताया कि दीपक खन्ना जिसने घटना के दौरान कार चलाने की जिम्मेदारी ली थी वह उस दिन था ही नहीं, उसने पुलिस को गुमराह करने के लिए इस घटना की जिम्मेदारी ली थी, क्योंकि उसके पास ड्राइविंग लाइसेंस हैं।