Delhi News: दिल्ली के रैन बसेरों की हालत खस्ती, ठंड में लोगों को ओढ़ने के लिए मिल रहा है एक कंबल वहीं 8 बजे के बाद लोगों के लिए खाना नहीं 

ठंडियो से गरीब लोगों को बचाने और राहत देने के लिए दिल्ली के आनंद विहार रेलवे स्टेशन के करीब दिल्ली सरकार ने रैन बसेरा खोला हुआ है। इस रैन बसेरा का संचालन एक निजी एनजीओ (NGO) द्वारा होता है। यहां पर गरीब से लेकर बेसहारा महिला या पुरुष दोनों के हो रहने की व्यवस्था हैं। बता दे कि यहां पर 8 बजे के बाद आने वाले लोगों के लिए खाने का प्रबंध नहीं हैं। वहीं अगर खाने के मेन्यू की भी बात की जाए तो यहां खाने में भी सिर्फ दाल और चावल ही मिलता है। वहीं सर्दी से राहत पाने के लिए लोगों को ओढ़ने के किए केवल एक ही कंबल दिया जाता हैं।

 

लोगों के ओढ़ने के लिए एक कंबल

प्राप्त जानकारियों के मुताबिक इस रैन बसेरे में पुरुषों के रहने के लिए 17 बिस्तर और महिलाओं के रहने के लिए 14 बिस्तर की व्यवस्था है। इन बिस्तरों पर चादर के नाम पर कंबल होता हैं और लोगों के ओढ़ने के लिए एक कंबल दिया जाता है। अगर दिल्ली की ठंड के हिसाब से देखा जाए तो एक कंबल प्रयाप्त नहीं है कम से कम एक और कंबल लोगों को दिया जाना चाहिए। वहीं कंबल की साफ-सफाई की व्यवस्था भी बेहतर नहीं है। इस रैन बसेरे में रहने वाले दो लोग दिव्यांग हैं। पीने के पानी की बेहतर व्यवस्था है, परंतु पुरुषों के कमरे में लगा टीवी खराब पड़ा है।

 

अनेक राज्यों से आते है लोग, महिलाओं के लिए व्यवथा बेहतर

रैन बसेरे के अंदर रुकने के लिए कई राज्यों के लोग आते है, जिसमें यूपी, बिहार, राजस्थान के अलावा मध्य प्रदेश और दक्षिण भारत से आने वाले गरीब लोग भी यहां रुकते हैं। आनंद विहार रेलवे स्टेशन करीब होने के कारण यहां पर कई बार जगह की भी कमी हो जाती हैं। अगर महिलाओं को व्यवस्था की बात की जाए तो उनके लिए व्यवस्था अच्छी हैं। इस रैन बसेरे में महिलाओं के लिए 14 बिस्तरों का व्यवस्था है। इसमें महिलाओं के अलावा कई नाबालिग लड़कियां भी रहती हैं। यहां साफ-सफाई की बेहतर व्यवस्था है। यहां लगा टीवी चलता है। पीने के लिए पानी की भी बेहतर व्यवस्था है, परंतु यहां भी रात्रि आठ बजे के बाद महिलाओं को खाना नहीं मिलता है।

 

आधार कार्ड से मिलेगी एंट्री

गौरतलब है कि इस रैन बसेरे के अंदर आप आधार कार्ड की एक कॉपी दिखाकर आप यहां ठहर सकते हैं, जो कि एकदम मुफ्त हैं। रेलवे स्टेशन के पास होने के कारण यह भरा रहता हैं। किसी के पास रहने का इंतजाम नहीं है तो वह व्यक्ति यहां आकर रुक सकता हैं।